SHEIKHPURA: बिहार दिवस के आमंत्रण कार्ड पर जिप सदस्यों का नहीं था नाम ,लोगो ने किया कार्यक्रम का बहिष्कार
चन्दन कुमार/शेखपुरा।
बिहार दिवस को लेकर जिला प्रशासन द्वारा वितरण किये गये आमंत्रण कार्ड पर जिला परिषद अध्यक्ष का नाम गायब कर दिये जाने को लेकर नाराजगी जताते हुए जिप सदस्यों ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया और इस दौरान जिप सदस्यों ने समाहरणालय परेड मैदान पर आयोजित मुख्य समारोह से अपने आप को अलग रखा। इस मामले को लेकर जिप अध्यक्षा निर्मला कुमारी ,उपाध्यक्ष रंजीत सिंह उर्फ़ बुद्धन भाई समेत अन्य ने एक स्वर में कहा कि जिला प्रशासन की नजर में जिप अध्यक्ष का जब कोई महत्व ही नहीं रह गया तो फिर वह लोग इस कार्यक्रम में कैसे शिरकत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार प्रशासनिक अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के प्रति सम्मानजनक रवैया अपनाने की हिदायत देती है। वहीं शेखपुरा में इसके उलट जिला प्रशासन द्वारा मनमाने तरीके से कार्य किया जा रहा है और प्रोटोकॉल को भी नजरअंदाज करते हुए आमंत्रण कार्ड पर जिला परिषद अध्यक्ष जैसे पद की गरिमा को भी ध्यान में नहीं रखा गया। जिसके कारण जिप सदस्यों ने इस कार्यक्रम का ही बहिष्कार करते हुए इससे अलग रहे। जिप सदस्यों ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जानबुझ कर उपेक्षा की जा रही है। इतना ही नहीं 15 अगस्त और 26 जनवरी के जिला प्रशासन के भी झंडोतोलन में जिला परिषद अध्यक्ष का कोई उल्लेख नहीं रहता है। जिप अध्यक्ष ने कहा कि इसकी शिकायत सीधे सीएम से की जायेगी।
बिहार दिवस को लेकर जिला प्रशासन द्वारा वितरण किये गये आमंत्रण कार्ड पर जिला परिषद अध्यक्ष का नाम गायब कर दिये जाने को लेकर नाराजगी जताते हुए जिप सदस्यों ने कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया और इस दौरान जिप सदस्यों ने समाहरणालय परेड मैदान पर आयोजित मुख्य समारोह से अपने आप को अलग रखा। इस मामले को लेकर जिप अध्यक्षा निर्मला कुमारी ,उपाध्यक्ष रंजीत सिंह उर्फ़ बुद्धन भाई समेत अन्य ने एक स्वर में कहा कि जिला प्रशासन की नजर में जिप अध्यक्ष का जब कोई महत्व ही नहीं रह गया तो फिर वह लोग इस कार्यक्रम में कैसे शिरकत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार प्रशासनिक अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के प्रति सम्मानजनक रवैया अपनाने की हिदायत देती है। वहीं शेखपुरा में इसके उलट जिला प्रशासन द्वारा मनमाने तरीके से कार्य किया जा रहा है और प्रोटोकॉल को भी नजरअंदाज करते हुए आमंत्रण कार्ड पर जिला परिषद अध्यक्ष जैसे पद की गरिमा को भी ध्यान में नहीं रखा गया। जिसके कारण जिप सदस्यों ने इस कार्यक्रम का ही बहिष्कार करते हुए इससे अलग रहे। जिप सदस्यों ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जानबुझ कर उपेक्षा की जा रही है। इतना ही नहीं 15 अगस्त और 26 जनवरी के जिला प्रशासन के भी झंडोतोलन में जिला परिषद अध्यक्ष का कोई उल्लेख नहीं रहता है। जिप अध्यक्ष ने कहा कि इसकी शिकायत सीधे सीएम से की जायेगी।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें