ग्रामीण क्षेत्रो से आकर कॉलेज में पढाई करने वाले छात्रो कि सुबिधाओ के लिए हर जिले में लगभग एक करोड़ कि लागत से ओ.बी.सी.छात्रावास का निर्माण कराया गया था .कल्याण बिभाग द्वारा बनाये गये इन छात्रावासों को अत्याधुनिक सुबिधाओ से लैस करने कि बात कही गयी थी .लेकिन शेखपुरा जिले के रामाधीन कॉलेज कैम्पस स्थित ओ.बी.सी.छात्रावास बदहाल है .छात्रावास के प्राय:सभी खिडकियों के शीशे टूटे हुए है एबम पेयजलापूर्ति व्यबस्था का भी खस्ताहाल है .छात्रावास में बिजली के लिए वायरिंग कर दिया गया है ,पंखे भी लटके पड़े है .बाबजूद छात्र लालटेन कि रौशनी में पढाई करने को मजबूर है .बिजली कनेक्सन उपलब्ध कराने के लिए कॉलेज प्रबंधन द्वारा दर्जनों बार कल्याण बिभाग को लिखा गया लेकिन आज तक उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया .
शेखपुरा के रामाधीन महाविधायालय कैम्पस स्थित ओ.बी.सी.छात्रावास बदहाली का शिकार है .लगभग ७० लाख कि लागत से यह छात्रावास कल्याण बिभाग द्वारा ६ वर्ष पूर्व बनाया गया था .उस वक्त कल्याण बिभाग द्वारा यह दावे किये गये थे कि यह छात्रावास अत्यंत पिछड़ा वर्ग के छात्रो के लिए आधुनिक सुबिधाओ से लैस कर उपलब्ध कराया जायेगा .जिसमे लगभग एक सौ छात्रो के रहने कि व्यबस्था होगी.छात्रावास तो बना दिए गये .ठीकेदार द्वारा भवन में बायरिंग एबम पानी के पाइप तो बिछा दिए गये .लेकिन छ्त्रवास में बिजली के कनेक्सन नहीं दिए गये .आलम यह है कि छात्र या तो चोरी कर बिजली का इस्तेमाल कर रहे है या फिर लालटेन युग में जीने को बिवश है .इतना ही नहीं छात्रावास में न तो कही सोने के लिए बेड उपलब्ध कराये गये न ही टूटे खिड़की के शीशे कि मरम्मती कराये गये .
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