अधर में लटका बिजली परियोजना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शपथ ग्रहण करने से लेकर अभी तक हर साल किसी न किसी यात्रा पर निकलते है .उन यात्रो के दौरान वह जगह -जगह घोषनाये एबम शिलान्यास भी करते है .लेकिन उन योजनाओ पर अमल कितना होता है .यह बताने कि जरुरत नहीं ,आप खुद भी अपनी आँखों से देख सकते है और लोगो कि आबाज सुनकर मुख्यमंत्री जी आप भी अंदाजा लगा लीजिये कि आप के घोषनाओ पर सरकारी महकमो द्वारा कितना अमल होता है.
FVO--- लोगो कि नाराज़गी का असर सरकार के इन वादों पर कितना होता है यह तो आनेवाला बक्त बताएगा .फिलहाल बिजली के आभाव में इलाके के लोग आज भी लालटेन युग में जीने को विवश है .देखना है मुख्यमंत्री अपने आगामी प्रस्तावित दौरे में भी इन निर्माणाधीन पावर सब स्टेशन का काया-कल्प कर पाते है या नहीं . CHANDAN KUMAR
SHEIKHPURA
VO/1--शेखपुरा जिले के बिभिन्न सुदूरवर्ती बिजली-विहीन गांवो में बिजली पहुचाने के उद्देश से मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने 2005 के अपने शेखपुरा दौरे के दौरान छ: जगहों पर बिधुत सब स्टेशन बनाकर एक वर्ष के अन्दर चालू करने कि घोषणा कि थी .कई जगहों पर इसके लिए निविदा कराकर आधारभूत संरचनाये भी खड़े किये गये। लेकिन आज आठ वर्ष बीत जाने के बाबजूद उन बिधुत सब स्टेशन को चालू नहीं किया जा सका .मेहुस गाँव में खड़े इस अर्धनिर्मित सब स्टेशन का हाल जानने जब हमारी टीम मेहुस गाँव पहुंची तो वहां का हाल देखकर तो यही लगा कि सरकार कि घोषनाये आज भी इन इलाके में अधूरी साबित हो रही है .
वाईट:- राजाराम सिंह- ग्रामीण
VO/2-----इस सम्बन्ध में जब मैंने शेखपुरा के बिधुत सहायक अभियंता से जानना चाहा तो पहले तो उन्होंने भी इस बारे अनभिज्ञता जाहिर कि लेकिन बाद उन्होंने सरकार कि नाकामयाबी को छिपाते हुए बताया कि वह पावर सब स्टेशन के उप- करणों के लिए बिभाग को पत्राचार किये है वहां से सामान आते ही इसे चालू कर दिया जायेगा .
वाईट:- मोख्तार आलम - सहायक अभियंता ,बिधुत बिभाग शेखपुरा
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