अगले जन्म मोहे बिटिया ना किजियो ,कलयुगी माँ ने दो नवजात को फेका
इस घटना के बाद शायद ही बेटी सोचती होगी और कहती होगी की भगवान अगले जन्म मोहे बिटिया ना किजियो।
शहर के गिरिहिंडा चौक स्थित बस स्टैंड के पीछे एक कलियुगी माँ ने दो दिन के अपने दुधमुहे बेटी को थैला में फेंका और पीछे मुड़कर भी नहीं देखा और बस पकड़कर चली गयी है ।थैला को फेकती देख एक महिला ने जिज्ञासावश थैला खोलकर देखा तो उसका दिल पसीज गया और उसे अपने पास रख लिया।सुचना के बाद मौके पर पहुंचे जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी धनश्याम रविदास ने उस नवजात को नालंदा मदर टेरेसा अनाथलय में पहुंचा दिया।इस बाबत जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी धनश्याम रविदास ने पत्रकारों को बताया कि 19 अक्टूबर को सुबह एक बुर्का पहने महिला ने दो दिन के नवजात बच्ची को थैले में बंदकर फेककर बस पकड़ी और चली गयी।उक्त महिला को थैला फेकते हुए एक सब्जी बेचने वाला बलबंत पासवान की पत्नी ने देख लिया और जिज्ञासावश महिला ने थैला खोलकर देखा तो दो दिन की नवजात बच्ची है।आनन्-फानन में महिला ने नवजात को अपने घर ले गयी और उसका इलाज कराया ।बाद में सुचना के बाद जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने नवजात बच्ची को अनाथालय को सुपुर्द कर दिया।
शहर के गिरिहिंडा चौक स्थित बस स्टैंड के पीछे एक कलियुगी माँ ने दो दिन के अपने दुधमुहे बेटी को थैला में फेंका और पीछे मुड़कर भी नहीं देखा और बस पकड़कर चली गयी है ।थैला को फेकती देख एक महिला ने जिज्ञासावश थैला खोलकर देखा तो उसका दिल पसीज गया और उसे अपने पास रख लिया।सुचना के बाद मौके पर पहुंचे जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी धनश्याम रविदास ने उस नवजात को नालंदा मदर टेरेसा अनाथलय में पहुंचा दिया।इस बाबत जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी धनश्याम रविदास ने पत्रकारों को बताया कि 19 अक्टूबर को सुबह एक बुर्का पहने महिला ने दो दिन के नवजात बच्ची को थैले में बंदकर फेककर बस पकड़ी और चली गयी।उक्त महिला को थैला फेकते हुए एक सब्जी बेचने वाला बलबंत पासवान की पत्नी ने देख लिया और जिज्ञासावश महिला ने थैला खोलकर देखा तो दो दिन की नवजात बच्ची है।आनन्-फानन में महिला ने नवजात को अपने घर ले गयी और उसका इलाज कराया ।बाद में सुचना के बाद जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने नवजात बच्ची को अनाथालय को सुपुर्द कर दिया।
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