शेखपुरा: अगले जन्म मोहे बिटिया ना किजियो ,कलयुगी माँ ने नवजात को झाड़ी में फेंका।
चन्दन कुमार/शेखपुरा।
बेटी तो इंदिरा गांधी भी थी ,कल्पना चावला भी थी,सुषमा स्वराज भी है ,सोनिया गांधी भी है आखिर सवाल यह उठता है कि फिर इस बेटी के साथ नाइंसाफी क्यों?
इस तरह घटना के बाद शायद अब बेटी भगवान से कहती होगी की भगवान अगले जन्म मोहे बिटिया ना किजियो?
जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र के मालदह गांव के खंधा के समीप एक झाड़ी में कलियुगी माँ ने अपने एक दिन के जन्मे दुधमुहे बेटी को में फेंक दिया और चलती बनी। भला हो ममता कार्यकर्त्ता फुला देवी का ,जो सदर अस्पताल के लिए शेखपुरा आ रही थी ,तब उसे बच्ची की आवाज़ सुनायी दिया। तो ममता कार्यकर्त्ता ने जिज्ञासावश झाड़ी के पहुंची तो देखी की एक दिन का नवजात झाड़ियो में कराह रही थी। तो उसका दिल पसीज गया और उसे अपने घर ले आयी और उसका उपचार की। बच्ची की हालत नाज़ुक रहने पर उसे शेखपुरा के सदर अस्पताल के शिशु वार्ड में भर्ती कराया। फिलहाल बच्ची की हालत नाज़ुक बनी हुई है। डॉक्टर से लेकर तमाम लोग बच्ची की कुशलता के लिए ईश्वर के दुआ मांग रही है।
बेटी तो इंदिरा गांधी भी थी ,कल्पना चावला भी थी,सुषमा स्वराज भी है ,सोनिया गांधी भी है आखिर सवाल यह उठता है कि फिर इस बेटी के साथ नाइंसाफी क्यों?
इस तरह घटना के बाद शायद अब बेटी भगवान से कहती होगी की भगवान अगले जन्म मोहे बिटिया ना किजियो?
जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र के मालदह गांव के खंधा के समीप एक झाड़ी में कलियुगी माँ ने अपने एक दिन के जन्मे दुधमुहे बेटी को में फेंक दिया और चलती बनी। भला हो ममता कार्यकर्त्ता फुला देवी का ,जो सदर अस्पताल के लिए शेखपुरा आ रही थी ,तब उसे बच्ची की आवाज़ सुनायी दिया। तो ममता कार्यकर्त्ता ने जिज्ञासावश झाड़ी के पहुंची तो देखी की एक दिन का नवजात झाड़ियो में कराह रही थी। तो उसका दिल पसीज गया और उसे अपने घर ले आयी और उसका उपचार की। बच्ची की हालत नाज़ुक रहने पर उसे शेखपुरा के सदर अस्पताल के शिशु वार्ड में भर्ती कराया। फिलहाल बच्ची की हालत नाज़ुक बनी हुई है। डॉक्टर से लेकर तमाम लोग बच्ची की कुशलता के लिए ईश्वर के दुआ मांग रही है।
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