SHEIKHPURA: शौक के लिए करता था रोड रॉबरी, लूटकांड में 18 लोगों का चलता था गैंग,छः की हुई गिरफ्तारी
चन्दन कुमार/
शेखपुरा।
ट्रक पर लदे अनाज को लूटने वाले गिरोह में शामिल छः लुटेरों को दबोचने में शेखपुरा पुलिस को जहां बड़ी कामयाबी मिली है, वही इस पूरे लूटकाण्ड में शामिल अन्य 12 लोगों को चिन्हित किए जाने के बाद उन्हें दबोचने की दिशा में पुलिस जाल बिछाने लगी है। गौरतलब है कि विगत 26 मार्च की रात शेखपुरा चेवाड़ा सड़क मार्ग स्थित एकसारी बीघा गांव के समीप चालक को अगवा कर ट्रक पर लदे साढ़े तीन लाख रूपये के मैदा को लूट लिया गया था। जबकि इससे पहले भी दो अलग अलग घटनाओं में ट्रक पर लदे करीब दस -दस लाख रूपये की दाल की लूट की गई थी वहीँ करण्डे के समीप एक ट्रक से लूट की नाकाम कोशिश की गई थी।
शेखपुरा एसपी राजेंद्र कुमार भील ने बताया कि लूट की घटना के बाद अपराधी ट्रक से माल को नालंदा जिले के बिहारशरीफ स्थित खंदक पर निवासी वीरेंद्र कुमार के गोदाम में अनलोड किया जाता था। इसके बाद ट्रक को फिर कहीं दूर ले जाकर छोड़ दिया जाता था। इसके बाद अनाज को रक्सौल के रास्ते नेपाल में बेच दिया जाता था। इस पूरे घटना में गैंग में शामिल 18 लोगों को चिन्हित किया जा चुका है,जिसमें नालन्दा जिले के वीरेंद्र कुमार , सौरव, मनु कुमार( रहुई) विकास पासवान (रहुई) शिशुपाल( रहुई) तथा श्रवण कुमार( दीपनगर )को दबोचा गया है। एसपी ने बताया क़ि लुटेरों का यह गैंग पटना से ही वैसे ट्रकों का पीछा करते थे ,जिस पर पटना से दाल- मैदा समेत अन्य खाद्य सामग्री लोड होने के बाद बंगाल की तरफ जाती थी। इस दौरान लुटेरे ट्रक के पीछे एक छोटे वाहन में सवार होकर उसका पीछा करते थे जबकि उस छोटे वाहन के पीछे लुटेरों का ही एक खाली ट्रक भी साथ साथ पीछे रहता था। रात्रि में जब कहीं सुनसान क्षेत्र पड़ता था तो लूटेरे अपने छोटे वाहन को ट्रक के आगे ले जाते थे और ट्रक को लूट का शिकार बनाते थे। इस दौरान कई बार सुनसान इलाके में ले जाकर ट्रक से माल निकाल अपने ट्रक में लोड कर वहां से निकल जाते थे। कई बार लूट का शिकार हुए ट्रक को ही बिहारशरीफ ले जाकर अपने गोदाम में माल अनलोड कर फिर उस ट्रक को कहीं दूर ले जा कर लगा देते थे। एसपी ने बताया कि शेखपुरा में चार घटना इस गैंग के सदस्य दूसरे जिले में भी इसी प्रकार की कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। एसपी ने बताया कि बिहारशरीफ से माल लेकर रक्सौल के रास्ते नेपाल में बेचने के मामले में प्रदीप साव् मास्टरमाइंड है और वह फिलहाल नेपाल में ही कहीं शरण लिए हुए हैं। इसके अलावा अन्य अपराधियों की तलाश जारी है।
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