SHEIKHPURA: मुखिया पर है मनरेगा में भष्ट्राचार का आरोप,डीएम ने किया सम्मानित
चन्दन कुमार/शेखपुरा।
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फाइल - मुखिया को सम्मानित करते डीएम |
सैयां भये कोतवाल अब डर काहे का"शायद ही यह मुहावरा चरितार्थ हो,लेकिन शेखपुरा में इसे सहज देखा जा सकता है। अरियरी प्रखंड के लोहान पंचायत के मुखिया संजीव कुमार पर ग्रामीणों ने मनरेगा में भष्ट्राचार का आरोप लगाया है और इसकी शिकायत लोक जन शिकायत केंद्र में दर्ज कराया है। जिसकी जांच अभी चल रही है। वही मुखिया को डीएम ने ओडीएफ के तहत सम्मानित किया है। इससे साफ जाहिर होता है कि मनरेगा में किस तरह भष्ट्राचार व्याप्त है। जिस मुखिया पर करवाई होना चाहिये था,उसी मुखिया को अधिकारी सम्मनित कर रहे है।
इसकी बानगी लोक जन शिकायत केंद्र में देखने को मिला है। लोहान गांव के ओमकार वर्मा ने एक शिकायत दर्ज कराया है। जिसमे साफ़ तौर बताया गया है की वे आज तक मनरेगा में काम नहीं किया है और मनरेगा की मजदूरी का रुपया उसे पासबुक में आ गया है। अब मुखिया ने अपने गुर्गो की मदद से गुहार लगाया है। आये दिन उसके गुर्गे रूपये के लिए उसको तंग -तबाह कर रहे है। इस तरह के मामले आने पर अधिकारी सकते में आ गए और मामले की जाँच में जुट गयी है।
इसकी बानगी लोक जन शिकायत केंद्र में देखने को मिला है। लोहान गांव के ओमकार वर्मा ने एक शिकायत दर्ज कराया है। जिसमे साफ़ तौर बताया गया है की वे आज तक मनरेगा में काम नहीं किया है और मनरेगा की मजदूरी का रुपया उसे पासबुक में आ गया है। अब मुखिया ने अपने गुर्गो की मदद से गुहार लगाया है। आये दिन उसके गुर्गे रूपये के लिए उसको तंग -तबाह कर रहे है। इस तरह के मामले आने पर अधिकारी सकते में आ गए और मामले की जाँच में जुट गयी है।
तरह के मामला जिले के कई ब्लॉकों में देखने को मिल रहा है ,जिसमे बिना योजना के मुखिया द्वारा स्थल पर कार्य करवा लेते है और उसे योजना में लाकर रूपये निकाल लेते है तथा स्थल पर योजना का बोर्ड लगा देते है। लोहान पंचायत में जेसीबी से कार्य करवा मुखिया अपने चहेते का मजदूर में नाम दिखाकर उसके खाता में रुपया निकाल लेते है। इस बार अन्य दूसरे के खाते में रुपया जाने के बाद मामला तूल पकड़ लिया है। अब यह मामला निगरानी में भी जा सकता है। यदि निगरानी इस मामले को जाँच करती है तो कई सरकारी अधिकारी व कर्मी की गर्दन फंस सकती है।
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