SHEIKHPURA: बर्खास्ती के खिलाफ शिक्षक ने परिवार के साथ शुरू किया आमरण अनशन , प्रारंभिक शिक्षक संघ भी समर्थन में उतरे
चन्दन कुमार/शेखपुरा।
इसे सिस्टम का दोष कहिये या फिर शेखपुरा के अधिकारी का मनमानी। एक शिक्षक शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था का भेंट चढ़ गया है। सिस्टम के आगे बेबश आखिरकार एक शिक्षक अपने परिवार के साथ चांदनी चौक पर आमरण अनशन पर बैठ गए है।
दरअसल चेवाड़ा प्रखंड स्थित उत्क्रमित विद्यालय बेलखुंडी के शिक्षक रामललन कुमार को सिस्टम के लचर व्यवस्था के कारण बर्खास्त कर दिया गया। शिक्षा विभाग की मनमानी के खिलाफ शिक्षक अपने परिवार के साथ अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गए है। इस आमरण अनशन का प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला इकाई भी समर्थन में उतर गए है। इधर अनशन की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी ने चेवाड़ा के बीईओ को जबाब-तलब किया है।
आमरण अनशन पर बैठे शिक्षक ने कहा कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलखुंडी में वे शारारिक शिक्षा के शिक्षक के पद पर में पदस्थापित थे। लेकिन एक वर्ष का शारारिक शिक्षा का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र को अबैध घोषित करते हुए दिसंबर माह को बर्खास्त कर दिया है। जबकि प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के पूर्व आयुक्त मदन मोहन रॉय ने शारारिक शिक्षकों के एक वर्ष के प्रशिक्षण प्रमाण पत्र को भी बैध करार दिया है। वही समर्थन में अनशन पर बैठे प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश शास्त्री ने बर्खास्ती वापस,चेवाड़ा प्रखंड के शिक्षक नियोजन इकाई पर करवाई तथा शिक्षा बिभाग में व्याप्त भष्ट्राचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। अनशन में संजय कुमार,अनिल प्रसाद,रंजीत कुमार,मिथलेश कुमार सहित अन्य ने भाग लिया।
दरअसल चेवाड़ा प्रखंड स्थित उत्क्रमित विद्यालय बेलखुंडी के शिक्षक रामललन कुमार को सिस्टम के लचर व्यवस्था के कारण बर्खास्त कर दिया गया। शिक्षा विभाग की मनमानी के खिलाफ शिक्षक अपने परिवार के साथ अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गए है। इस आमरण अनशन का प्रारंभिक शिक्षक संघ की जिला इकाई भी समर्थन में उतर गए है। इधर अनशन की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी ने चेवाड़ा के बीईओ को जबाब-तलब किया है।
आमरण अनशन पर बैठे शिक्षक ने कहा कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलखुंडी में वे शारारिक शिक्षा के शिक्षक के पद पर में पदस्थापित थे। लेकिन एक वर्ष का शारारिक शिक्षा का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र को अबैध घोषित करते हुए दिसंबर माह को बर्खास्त कर दिया है। जबकि प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के पूर्व आयुक्त मदन मोहन रॉय ने शारारिक शिक्षकों के एक वर्ष के प्रशिक्षण प्रमाण पत्र को भी बैध करार दिया है। वही समर्थन में अनशन पर बैठे प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश शास्त्री ने बर्खास्ती वापस,चेवाड़ा प्रखंड के शिक्षक नियोजन इकाई पर करवाई तथा शिक्षा बिभाग में व्याप्त भष्ट्राचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। अनशन में संजय कुमार,अनिल प्रसाद,रंजीत कुमार,मिथलेश कुमार सहित अन्य ने भाग लिया।
दाने -दाने को मोहताज हो - निशा
पिता के साथ अनशन पर बैठी बेटी निशा ने नम आंखों से पत्रकारों को बताया कि पापा की नौकरी चले जाने के बाद उसके परिवार दाने-दाने को मोहताज है। पापा को सात दिसंबर वर्ष 16 को नौकरी से बर्खास्त किया गया था पर पिछले एक साल से वेतन निकासी पर भी रोक लगा रखा है। इससे पहले भी इसी तरह का काम किया गया था तब पापा ने पूर्व डीपीओ पर केस किया था तो वेतन चालू हुआ था। अनशन में शामिल पिता अर्जुन सिंह ने कहा कि मेरा एक बेटा देश के लिए शहीद हुए था अब दूसरे बेटे के साथ नाइंसाफी की जा रही थी। उन्होंने आगे कहा कि जब तक शिक्षा विभाग से इंसाफ नही मिलेगा टैब तक पूरा परिवार अनशन पर ही रहेंगे। पत्नी शोभा देवी ने कहा कि 10 साल की नौकरी के बाद उनके पति को नौकरी से हटाया गया है। घर मे भूखे मरने से अच्छा है कि चांदनी चौक पर ही पूरा परिवार जान दे दें।
कहते है डीईओ
डीईओ ताकिरुद्दीन अहमद ने कहा की आमरण अनशन जानकारी मिलते ही चेवाड़ा बीईओ को जबाब तलब किया गया है। रिपोर्ट आने के आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। फिलहाल अनशन को ख़त्म कराने का प्रयास किया जा रहा है।
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