SHEIKHPURA: खूब मजा लिया लैपटॉप का,अब नही लौटाये तो एनओसी से किया जाएगा वंचित
चन्दन कुमार/शेखपुरा।
वार्ड पार्षदों को स्मार्ट बनाने के लिए वर्ष 2016 में नगर परिषद द्वारा उन्हें लैपटॉप दिया गया था। इसके माध्यम से नगर परिषद के योजनाओं की मॉनीटरिंग व उसके डाटा से पार्षद अपडेट रहते। लेकिन अधिकांश पार्षद इसका समुचित उपयोग नहीं कर पाये। अब जबकि नगर निगम चुनाव का बिगुल बज चुका है तो पार्षदों को अपना-अपना लैपटॉप निगम कार्यालय में जमा करना होगा। तभी उन्हें नो ड्यूज सर्टिफिकेट मिलेगा। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि सभी वार्ड पार्षद को लैपटॉप दिया गया था। लैपटॉप देने के दौरान यह करार किया गया था कि चुनाव के समय लैपटॉप वापस ले लिया जायेगा तभी नो ड्यूज मिलेगा। अब नगर निकाय चुनाव नजदीक है और पार्षद लैपटॉप जमा करने में जुटे हैं। उन्होंने आगे कहा कि धीरे-धीरे सभी 27 पार्षदों ने लैपटॉप जमा करा कर नो ड्यूज ले रहे है। जिन भी पार्षदों द्वारा लैपटॉप जमा नहीं कराया जायेगा तब तक नो ड्यूज नहीं मिलेगा।
विदित हो कि नगर विकास एवं आवास विभाग के निर्देश पर नगर परिषद के वार्ड पार्षदों को लैपटॉप दिया गया था। ताकि पार्षद नगर परिषद द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी से अपटूडेट रह सके। साथ ही क्षेत्र की समस्याओं का डाटाबेस तैयार कर उसे अमलीजामा पहुंचा सके।
वार्ड पार्षदों को स्मार्ट बनाने के लिए वर्ष 2016 में नगर परिषद द्वारा उन्हें लैपटॉप दिया गया था। इसके माध्यम से नगर परिषद के योजनाओं की मॉनीटरिंग व उसके डाटा से पार्षद अपडेट रहते। लेकिन अधिकांश पार्षद इसका समुचित उपयोग नहीं कर पाये। अब जबकि नगर निगम चुनाव का बिगुल बज चुका है तो पार्षदों को अपना-अपना लैपटॉप निगम कार्यालय में जमा करना होगा। तभी उन्हें नो ड्यूज सर्टिफिकेट मिलेगा। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि सभी वार्ड पार्षद को लैपटॉप दिया गया था। लैपटॉप देने के दौरान यह करार किया गया था कि चुनाव के समय लैपटॉप वापस ले लिया जायेगा तभी नो ड्यूज मिलेगा। अब नगर निकाय चुनाव नजदीक है और पार्षद लैपटॉप जमा करने में जुटे हैं। उन्होंने आगे कहा कि धीरे-धीरे सभी 27 पार्षदों ने लैपटॉप जमा करा कर नो ड्यूज ले रहे है। जिन भी पार्षदों द्वारा लैपटॉप जमा नहीं कराया जायेगा तब तक नो ड्यूज नहीं मिलेगा।
विदित हो कि नगर विकास एवं आवास विभाग के निर्देश पर नगर परिषद के वार्ड पार्षदों को लैपटॉप दिया गया था। ताकि पार्षद नगर परिषद द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी से अपटूडेट रह सके। साथ ही क्षेत्र की समस्याओं का डाटाबेस तैयार कर उसे अमलीजामा पहुंचा सके।
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