SHEIKHPURA: आज़ादी के वर्षो बाद भी क्यों नहीं बदली नारायण गांव तस्वीर
चन्दन कुमार/शेखपुरा।
आजादी के इतने दिन बाद भी आज तक चेवाड़ा प्रखण्ड के नरायणपुर गांव के ग्रामीणो को पक्की सड़क नसीब नही हुई। सरकार द्वारा किया जा रहा प्रयास गांव गांव पक्की सडक तथा बिजली यहा बईमानी साबित हो रही है। इस दौरान कितने जनप्रतिनिधी आये और चुनाव जीतकर चले गए ,लेकिन सिवा आश्वासन के ग्रामीणो को आज तक कुछ भी नही मिला। इतना ही नही गांव में गली, नाला तथा पेय जल की भी घोर अभाव है। जिसके कारण यहाँ के लोगो को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनो में उठानी पडती है मरीजो को चारपाई पर टांग कर पक्की सड़क तक लाना पड़ता है। वृध व्यक्ति को तो पुरी बरसात गांव से बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है तथा पुरी बरसात कीचड तथा पानी से होकर गुजरना पड़ता है। महिलाए तथा छोटे छोटे बच्चे को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चे को स्कूल जाने में कीचड तथा पानी से होकर गुजरना पड़ता है। इन सभी कठिनाई को झेलने को ग्रामीण मजबूर है ।पक्की सड़क से मात्र एक किलोमीटर दूर स्थित बसा है यह नरायणपुर गांव के ग्रामीण को पुरी बरसात काफी फजीहत उठानी पड रही है । इस बाबत गांव के ग्रामीण नकुल महतो,कालेश्वर महतो, जितेन्द्र महतो,अर्जुन महतो, रामदेव महतो आदि ने बताया की पक्की सड़क के लिए अधिकारी तथा जनप्रतिनिधीयों से कई बार फरियाद लगाते लगाते थक गए लेकिन सिवा आश्वसन के आज तक कुछ भी नही मिला।

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