SHEIKHPURA: कमीशनखोरी को लेकर योजनाओ का हुआ बंदरवाट ,सड़क कही का,बना दिया कही और,शिकायत दर्ज
चन्दन कुमार/शेखपुरा।
इन दिनों नगर परिषद में लूट-खसोट चरम सीमा है। ऐसा नही है कि इसकी जानकारी कार्यपालक पदाधिकारी व जेई को नही है। शहर के वार्ड नंबर 11 बंगाली पर मुहल्ले में स्थान बदलकर सड़क निर्माण किये जाने का मामला प्रकाश में आते ही नगर परिषद में हड़कम्प मच गया है और अब जेई व ठीकेदार मामले को दबाने में जुट गए है।
इस बाबत समाजसेवी राजेश यादव ने जिला लोक शिकायत में शिकायत दर्ज की है। दर्ज शिकायत में बताया गया है कि वार्ड सं 11 में शांति चाय दुकान से जाफो घड़ी दुकान तक आठ लाख 69 हज़ार की राशि से पीसीसी सड़क व नाला निर्माण करना था,पर स्थानीय वार्ड पार्षद उमा देवी के पति आनंदी यादव ने चुनाव के पूर्व वोटरों को लुभाने के उद्देश्य से ठेकेदार उषा देवी के पति बिपीन सिंह से मिलीभगत कर शहर के बालदेव स्थान के समीप सड़क निर्माण कराकर रुपयों की बंदरबाट कर लिया तथा योजना को छुपाने के उद्देश्य बालदेव स्थान समीप एक निजी मकान में शिलापट्ट लगाकर मुख्य पार्षद सहित नप पदाधिकारी से उद्घाटन भी करवा दिया। जब ठीकेदार शिलापट्ट को उखाड़ने लगा तो भांडा फुट गया और लोगो के आक्रोश के बाद ठीकेदार शिलापट्ट दीवार में ही लगा छोड़ दिया। स्थान बदलकर सड़क बनाये जाने का मामला लोक शिकायत में जाने के बाद मामले को दबाने का भी भरपूर प्रयास किया जा रहा है। समाजसेवी राजेश यादव मामले को निगरानी के पास भेजने की तैयारी में जुटे हुए है।
इस बाबत समाजसेवी राजेश यादव ने जिला लोक शिकायत में शिकायत दर्ज की है। दर्ज शिकायत में बताया गया है कि वार्ड सं 11 में शांति चाय दुकान से जाफो घड़ी दुकान तक आठ लाख 69 हज़ार की राशि से पीसीसी सड़क व नाला निर्माण करना था,पर स्थानीय वार्ड पार्षद उमा देवी के पति आनंदी यादव ने चुनाव के पूर्व वोटरों को लुभाने के उद्देश्य से ठेकेदार उषा देवी के पति बिपीन सिंह से मिलीभगत कर शहर के बालदेव स्थान के समीप सड़क निर्माण कराकर रुपयों की बंदरबाट कर लिया तथा योजना को छुपाने के उद्देश्य बालदेव स्थान समीप एक निजी मकान में शिलापट्ट लगाकर मुख्य पार्षद सहित नप पदाधिकारी से उद्घाटन भी करवा दिया। जब ठीकेदार शिलापट्ट को उखाड़ने लगा तो भांडा फुट गया और लोगो के आक्रोश के बाद ठीकेदार शिलापट्ट दीवार में ही लगा छोड़ दिया। स्थान बदलकर सड़क बनाये जाने का मामला लोक शिकायत में जाने के बाद मामले को दबाने का भी भरपूर प्रयास किया जा रहा है। समाजसेवी राजेश यादव मामले को निगरानी के पास भेजने की तैयारी में जुटे हुए है।
अब नप के एक्जक्यूटिव अफसर सुनील कुमार जांच की हवाला दे रहे है।
गौरतलब है की यदि इस मामले की निगरानी से कराया जाए तो कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार,जेई मनीष कुमार तथा ठीकेदार उषा देवी पर गाज गिर सकती है ,क्योंकि इस मामले में कोई पाक-साफ़ नहीं है।
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