SHEIKHPURA: योजनाओ का हुआ बंदरवाट,आखिर कब होगी ठीकेदार पर करवाई
चंदन कुमार/शेखपुरा।
वार्ड सं 11में हुए योजनाओ की बंदरवाट मामले में अब नही हुई कोई करवाई के बाद लोगो का नगर परिषद के प्रति रोष देखा जा रहा है। हालांकि इस मामले को समाजसेवी राजेश यादव ने जिला लोक जन शिकायत में लिखित आवेदन भी दिया,लेकिन नतीजा अब तक साफ नही हो पाया है। हालांकि इस मामले को दबाने को लेकर अधिकारी के साथ-साथ शहर के बड़े रसुखदार भी लगे हुए है।
दरअसल,वार्ड सं 11 में शांति देवी चाय दुकान से लेकर जाफो घड़ी दुकान तक पीसीसी सड़क तथा नाला निर्माण करवाना था,लेकिन ठीकेदार उषा कुमारी ने पुराने नाले पर ही पर ढक्कन लगा दिया और पीसीसी सड़क निर्माण नही कराया गया और योजनाओ की राशि को बंदरबाट कर लिया है। नाला पर सिर्फ ढक्कन लगाने के कारण नाले की दीवार जगह-जगह टूट जाने पूरे कमिश्नरी बाजार में पानी भरा रहता है,जिसके कारण लोगो को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। अब जब लोगो को योजनाओ की बंदरबाट का ज्ञात हुआ तो लोग ठीकेदार पर करवाई की मांग की है। लेकिन नप करवाई के बजाय मामले को सैटलमेंट में लगी हुये है।
समाजसेवी राजेश यादव कहते है कि यदि इस मामले पर कोई करवाई नही हुआ तो वो निगरानी से शिकायत दर्ज करवाएंगे। इसके बाद पूरे नप में हड़कम्प मचा हुआ है।
यदि इस मामले को निगरानी से जांच करवाया तो कई काबिल अधिकारी के साथ-साथ जेई और ठीकेदार पर गाज गिरना तय है। जिसकी मुख्य वजह कमीशनखोरी है।
वार्ड सं 11में हुए योजनाओ की बंदरवाट मामले में अब नही हुई कोई करवाई के बाद लोगो का नगर परिषद के प्रति रोष देखा जा रहा है। हालांकि इस मामले को समाजसेवी राजेश यादव ने जिला लोक जन शिकायत में लिखित आवेदन भी दिया,लेकिन नतीजा अब तक साफ नही हो पाया है। हालांकि इस मामले को दबाने को लेकर अधिकारी के साथ-साथ शहर के बड़े रसुखदार भी लगे हुए है।
दरअसल,वार्ड सं 11 में शांति देवी चाय दुकान से लेकर जाफो घड़ी दुकान तक पीसीसी सड़क तथा नाला निर्माण करवाना था,लेकिन ठीकेदार उषा कुमारी ने पुराने नाले पर ही पर ढक्कन लगा दिया और पीसीसी सड़क निर्माण नही कराया गया और योजनाओ की राशि को बंदरबाट कर लिया है। नाला पर सिर्फ ढक्कन लगाने के कारण नाले की दीवार जगह-जगह टूट जाने पूरे कमिश्नरी बाजार में पानी भरा रहता है,जिसके कारण लोगो को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है। अब जब लोगो को योजनाओ की बंदरबाट का ज्ञात हुआ तो लोग ठीकेदार पर करवाई की मांग की है। लेकिन नप करवाई के बजाय मामले को सैटलमेंट में लगी हुये है।
समाजसेवी राजेश यादव कहते है कि यदि इस मामले पर कोई करवाई नही हुआ तो वो निगरानी से शिकायत दर्ज करवाएंगे। इसके बाद पूरे नप में हड़कम्प मचा हुआ है।
यदि इस मामले को निगरानी से जांच करवाया तो कई काबिल अधिकारी के साथ-साथ जेई और ठीकेदार पर गाज गिरना तय है। जिसकी मुख्य वजह कमीशनखोरी है।
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