SHEIKHPURA: सदर अस्पताल में हुई थी गर्भवती की मौत मामले पर डॉकटरो और नेता आमने-सामने,नेताओ ने किया सर्वदलीय बैठक
चन्दन कुमार/शेखपुरा।
सदर अस्पताल में बीते दिनों ऑपरेशन के अभाव में गर्भवती महिला की मौत के मामले में जिले के डॉक्टरो और नेता आमने -सामने हो गये है। डॉक्टर खेमा तथाकथित आरोपी डॉक्टर बचाने को लेकर खोल दिए है तो वही दुसरे तरफ जिले के तमाम नेता करवाई को लेकर मोर्चा खोले हुए है। इस अलोक में जेडीयू कार्यालय में सर्वदलीय बैठक आयोजित कर डॉक्टर पर करवाई को रणनीति बनाने में जुट गये है। जिला जदयू कार्यालय में जदयू जिलाध्यक्ष डॉ अर्जुन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी मौजूदगी दिखाई तथा इस गंभीर मुद्दे पर कई निर्णय लिया गया। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि विगत 28 जून को ऑपरेशन के अभाव में गर्भवती महिला कंचन देवी की सदर अस्पताल में दर्दनाक मौत हो गई थी और इस घटना ने स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही को पूरी तरह सामने ला दिया। इस मामले में एक तरफ सर्जन डॉ के पुरुषोत्तम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाती है वही दूसरी तरफ सभी चिकित्सक बैठक कर आरोपी डॉ के पुरुषोत्तम को ही क्लीन चिट देते हुए उन्हें निर्दोष बताते हैं और नेताओ पर ओवरएक्टिंग करने का आरोप लगाया है। बहरहाल विभिन्न दलों के नेताओं ने कहा की डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी तो फिर सड़कों पर उतर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में डीएम से लेकर सीएम तक एक बार फिर मिला जाएगा और जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई की मांग की जाएगी। बैठक के दौरान जदयू जिलाध्यक्ष के अलावे जदयू नेता डॉ संतोष, विद्यानंद चौहान,सीपीआई के जिला सचिव प्रभात कुमार पांडे, भाजपा नेता अरविंद सिंह ,सपा नेता अजय कुमार, बसपा जिलाध्यक्ष बालेश्वर पंडित समेत कई अन्य लोग मौजूद थे।
अब देखना यह दिलचस्प होगा की इस लड़ाई में जीत किसकी होती है। फ़िलहाल डॉक्टरो और नेताओ के बीच खींचातानी में परेशानी झेलना सिर्फ मरीजो को पड़ेगा।
सदर अस्पताल में बीते दिनों ऑपरेशन के अभाव में गर्भवती महिला की मौत के मामले में जिले के डॉक्टरो और नेता आमने -सामने हो गये है। डॉक्टर खेमा तथाकथित आरोपी डॉक्टर बचाने को लेकर खोल दिए है तो वही दुसरे तरफ जिले के तमाम नेता करवाई को लेकर मोर्चा खोले हुए है। इस अलोक में जेडीयू कार्यालय में सर्वदलीय बैठक आयोजित कर डॉक्टर पर करवाई को रणनीति बनाने में जुट गये है। जिला जदयू कार्यालय में जदयू जिलाध्यक्ष डॉ अर्जुन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी मौजूदगी दिखाई तथा इस गंभीर मुद्दे पर कई निर्णय लिया गया। मौके पर वक्ताओं ने कहा कि विगत 28 जून को ऑपरेशन के अभाव में गर्भवती महिला कंचन देवी की सदर अस्पताल में दर्दनाक मौत हो गई थी और इस घटना ने स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही को पूरी तरह सामने ला दिया। इस मामले में एक तरफ सर्जन डॉ के पुरुषोत्तम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाती है वही दूसरी तरफ सभी चिकित्सक बैठक कर आरोपी डॉ के पुरुषोत्तम को ही क्लीन चिट देते हुए उन्हें निर्दोष बताते हैं और नेताओ पर ओवरएक्टिंग करने का आरोप लगाया है। बहरहाल विभिन्न दलों के नेताओं ने कहा की डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गयी तो फिर सड़कों पर उतर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में डीएम से लेकर सीएम तक एक बार फिर मिला जाएगा और जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई की मांग की जाएगी। बैठक के दौरान जदयू जिलाध्यक्ष के अलावे जदयू नेता डॉ संतोष, विद्यानंद चौहान,सीपीआई के जिला सचिव प्रभात कुमार पांडे, भाजपा नेता अरविंद सिंह ,सपा नेता अजय कुमार, बसपा जिलाध्यक्ष बालेश्वर पंडित समेत कई अन्य लोग मौजूद थे।
अब देखना यह दिलचस्प होगा की इस लड़ाई में जीत किसकी होती है। फ़िलहाल डॉक्टरो और नेताओ के बीच खींचातानी में परेशानी झेलना सिर्फ मरीजो को पड़ेगा।
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