SHEIKHPURA: गोलीमार आरोपी को पुलिस पकड़कर छोड़ा,आक्रोशित ग्रामीणों जिला समाहरणालय में मचाया हंगामा
चंदन कुमार/शेखपुरा।
सैयां भये कोतवाल अब डर काहे का" शायद ही यह कहावत चरितार्थ हो,लेकिन शेखपुरा में सहज देखा जा सकता है। गोली मारने वाले आरोपी को छोड़ने के बाद ग्रामीण भड़क उठे और सैकड़ो की संख्या में जिला समाहरणालय में जमकर बबाल काटा।
दरअसल,कोरमा थाना क्षेत्र के ऐझी गांव में सरकारी चापाकल पर पानी भरने के दौरान हुए विवाद में गांव के ही शिक्षक राजनीति प्रसाद तथा उनके भाई एवं अन्य संबंधियों द्वारा मारपीट करते हुए गोली मार दी। इस घटना में सतीश प्रसाद उर्फ कारू की आंख में गोली लगी। जिसमे में सतीश की जान तो बच गयी पर इस घटना में सतीश का एक आंख चला गया। ग्रामीणों ने बताया कि कोरमा पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को रुपये लेकर छोड़ दिया। ग्रामीणों ने जिला समाहरणालय का घेराव करते हुए थानेदार पर करवाई की मांग की है। इस घटना में लंबी समय तक पुलिस द्वारा शिथिलता बरतने पर ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय के पास प्रदर्शन किया तो पुलिसिया दबिश में आरोपी शिक्षक राजनीति प्रसाद ने आत्मसमर्पण किया। जबकि एक अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया। लेकिन कुछ ही घंटे में पुलिस ने आरोपी सुरेश महतो को छोड़ दिया। इसके बाद ग्रामीण भड़क उठे और सैकड़ो की संख्या में पहुंचकर जिला समाहरणालय में जमकर बबाल काटा। बादमे एसडीओ एवम डीएसपी के आश्वासन पर लोग शांत हुए और वापस लौट गए।
सैयां भये कोतवाल अब डर काहे का" शायद ही यह कहावत चरितार्थ हो,लेकिन शेखपुरा में सहज देखा जा सकता है। गोली मारने वाले आरोपी को छोड़ने के बाद ग्रामीण भड़क उठे और सैकड़ो की संख्या में जिला समाहरणालय में जमकर बबाल काटा।
दरअसल,कोरमा थाना क्षेत्र के ऐझी गांव में सरकारी चापाकल पर पानी भरने के दौरान हुए विवाद में गांव के ही शिक्षक राजनीति प्रसाद तथा उनके भाई एवं अन्य संबंधियों द्वारा मारपीट करते हुए गोली मार दी। इस घटना में सतीश प्रसाद उर्फ कारू की आंख में गोली लगी। जिसमे में सतीश की जान तो बच गयी पर इस घटना में सतीश का एक आंख चला गया। ग्रामीणों ने बताया कि कोरमा पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को रुपये लेकर छोड़ दिया। ग्रामीणों ने जिला समाहरणालय का घेराव करते हुए थानेदार पर करवाई की मांग की है। इस घटना में लंबी समय तक पुलिस द्वारा शिथिलता बरतने पर ग्रामीणों ने एसपी कार्यालय के पास प्रदर्शन किया तो पुलिसिया दबिश में आरोपी शिक्षक राजनीति प्रसाद ने आत्मसमर्पण किया। जबकि एक अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार किया। लेकिन कुछ ही घंटे में पुलिस ने आरोपी सुरेश महतो को छोड़ दिया। इसके बाद ग्रामीण भड़क उठे और सैकड़ो की संख्या में पहुंचकर जिला समाहरणालय में जमकर बबाल काटा। बादमे एसडीओ एवम डीएसपी के आश्वासन पर लोग शांत हुए और वापस लौट गए।
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